वकील की संदिग्ध वफ़ात: परिजनों ने पुलिस पर लगाया प्रताड़ना का आरोप, सरफराज अहमद ने जताई संवेदना

वकील की संदिग्ध वफ़ात: परिजनों ने पुलिस पर लगाया प्रताड़ना का आरोप, सरफराज अहमद ने जताई संवेदना

संवाददाता नेमतुल्ला 
हजारीबाग : सदर थाना क्षेत्र में एक वकील की फांसी लगाकर वफ़ात के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मृतक के परिजनों ने थाना के सब-इंस्पेक्टर रमेश हज्जाम पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और आत्महत्या के लिए मजबूर करने का गंभीर आरोप लगाया है। परिजनों द्वारा एसपी को दिए गए आवेदन में बताया गया कि 24 जुलाई को मो० अल्ताफ को ₹1,500 की चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और अगले दिन 25 जुलाई को उन्हें जेल भेज दिया गया।
इसी दिन शाम करीब 5:52 बजे वकील के पिता को सब-इंस्पेक्टर रमेश हज्जाम ने फोन कर थाना बुलाया। वहाँ उनके साथ गाली-गलौज की गई, मोबाइल छीन लिया गया और ₹25,000 की रिश्वत की मांग की गई। पैसे न देने पर धमकी दी गई और जेब से ₹2,000 भी जबरन निकाल लिए गए। अपमानजनक व्यवहार और मानसिक उत्पीड़न के बाद उसी रात वकील साहब ने आत्महत्या कर ली। परिवार का कहना है कि अगर थाना में उन्हें प्रताड़ित न किया गया होता, तो वह आज जीवित होते। पुलिस द्वारा मृतक के नाबालिग बेटे से जबरन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कराना भी सवालों के घेरे में है। 
वहीं, हजारीबाग जिला अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ अध्यक्ष सरफराज अहमद ने पीड़ित परिवार के घर पहुंचकर संवेदना जताई और हर संभव सहयोग का भरोसा दिया। उन्होंने प्रशासन के रवैये पर सवाल उठाते हुए आरोपी पुलिसकर्मी पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।

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